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क्रिकेट जगत के 5 धुरंधर खिलाड़ी, जिनका करियर चोट की वजह से पहले ही खत्म हो गया

दुनिया के किसी भी खेल में खिलाड़ी और खेल के बीच चोली और दामन का नाता होता है। शायद ही ऐसा कोई खिलाड़ी होगा जिसका कभी भी चोटों से पाला न पड़ा होगा।

दुनिया में विभिन्न खेलों में कई खिलाड़ियों ने भरपूर शोहरत हासिल की है। अगर बात करें क्रिकेट की तो क्रिकेट के खेल में सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान माना जाता है। जबकि भारत को अपनी कप्तानी में पहला वर्ल्ड कप दिलाने वाले कपिल देव को भी याद किया जाता है। क्रिकेट के खेल में ब्रायन लारा, रिकी पोंटिंग, इमरान खान, वसीम अकरम सहित कई ऐसे भी खिलाड़ी हैं। जिनका नाम बड़े ही अदब के साथ लिया जाता है।

लंबे अरसे तक देश का प्रतिनिधित्व करने वाले इन खिलाड़ियों के अंदर काफी प्रतिभा थी। मगर कुछ ऐसे भी खिलाड़ी हुए हैं जो दुर्भाग्यवश चोट के कारण जल्द ही क्रिकेट का मैदान छोड़ने में विवश हुए हैं। इस लिस्ट में भी कई बड़े खिलाड़ियों के नाम शामिल हैं। ऐसे में हम इस आर्टिकल के जरिए उन पांच खिलाड़ियों से आपका परिचय करवाते हैं जो चोट के कारण अपने क्रिकेट कैरियर को कम समय में ही खत्म कर चुके हैं।

क्रिकेट हिस्ट्री में पांच ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जिनका क्रिकेट कैरियर बहुत पहले खत्म हो गया है

1.फिल ह्यूज

फिल ह्यूज ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के उदयीमान खिलाड़ी थे। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे कम उम्र में एक ही टेस्ट मुकाबले में 2 सेंचुरी लगाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया है। यह कीर्तिमान उन्होंने सिर्फ 20 साल की उम्र में हासिल किया था। लेकिन सिडनी में एक मुकाबले के दौरान शानदार बल्लेबाजी करते हुए जब वह 63 रन पर खेल रहे थे उसी दौरान एक बाउंसर गेंद उनके सिर से आकर ट’कराई।

इसके बाद वह त’ड़प कर मैदान पर गि’र पड़े और उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया जहां पर उन्हें एडमिट करा कर उनकी स’र्जरी करवाई गई मगर वे बच नहीं सके। महज 25 साल की उम्र में फिल ह्यूज इस दुनिया को अलविदा कह गए।

इस प्रकरण के बाद पूरी दुनिया में खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर तमाम तरह के सवाल उठे। आपको बताते चलें कि आज भी अगर कोई भी टीमें सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेलती है तो सबसे पहले वो टीमें फिल ह्यूज को श्रद्धांजलि देती है।

2. मार्क बाउचर

मार्क बाउचर किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं। वे दक्षिण अफ्रीका के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज हैं। और इन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर ओं की लिस्ट में जगह मिलती है।

उन्होंने ग्रीम स्मिथ की अगुवाई में दक्षिण अफ्रीका के काफी क्रिकेट खेली है। मगर इस बेहतरीन खिलाड़ी के क्रिकेट कैरियर का अंत इतनी बुरी तरह होगा किसी ने सोचा नहीं था।

साल 2012 में इंग्लैंड के टूर पर मार्क बाउचर अपना 150 वा टेस्ट मुकाबला खेल सकते थे लेकिन समरसेट के खिलाफ प्रैक्टिस मुकाबला खेलते हुए उनकी आंख में स्टंप की एक गुल्ली लग गई थी। जिससे उनकी आंख को क्षति पहुंची। जिसके कारण उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहना पड़ा था। उनके नाम पर 467 मुकाबलों में 998 शिकार दर्ज हैं।

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3. जोनाथन ट्रॉट

इंग्लैंड के जोनाथन ट्रॉट ने डोमेस्टिक क्रिकेट में शानदार बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने में कामयाबी पाई थी। उन्होंने अपने छोटे से क्रिकेट क्रिकेट करियर के दौरान अपनी बल्लेबाजी से सबका दिल जीता था। लेकिन आस्ट्रेलिया के मिशेल जानसन की खतरनाक गेंदबाजी ने उन्हें मानसिक तौर पर परेशान किया था।

जोनाथन ट्राट ने एशेज सीरीज के दौरान श्री से अलग होने का फैसला किया था। इसके बाद उन्होंने एक बार फिर डोमेस्टिक क्रिकेट में शानदार गेंदबाजी करते हुए राष्ट्रीय टीम में वापसी की थी। पहले जैसी बात नहीं रही थी। ऐसे में उन्होंने साल 2015 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।

4. नाथन ब्रेकेन

कभी ऑस्ट्रेलियाई टीम के खेमे में शामिल रहे नाथन ब्रैकेन पिंकी जान हुआ करते थे। लंबी कद काठी और उनके लंबे बाल उनकी पहचान का हिस्सा थे। साल 2008 के दौरान वह दुनिया के नंबर एक गेंदबाज थे, लेकिन 2009 में घुटने की चोट का डॉक्टर द्वारा गलत इलाज करने के कारण उनका कैरियर समय से पहले ही खत्म हो गया।

जिसके बाद उन्होंने क्रिकेट आस्ट्रेलिया से हर्जाना मांगा। और तकरीबन 10 साल बाद उन्हें क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने हर्जाना दिया लेकिन उनका क्रिकेट कैरियर चोट के कारण समय से पहले समाप्त हो गया था।

5. क्रीग कीसवेटर

क्रीग कीसवेटर उस स्क्वायड का हिस्सा थे। जब इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने साल 2010 के T20 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में खिताब पर कब्जा जमाया। ये खिलाड़ी इंग्लैंड के लिए टॉप ऑर्डर में बल्लेबाजी करता था। साथ ही में यह बेहतरीन विकेटकीपिंग भी किया करते थे।

मगर नॉटिंघमशायर के खिलाफ एक मुकाबले में गेंद उनकी हेलमेट की जालियों को चीरते हुए उनके मुंह पर जा लगी। जिसके कारण उनकी नाक टूट गई और आंख भी चोटिल हुई। जिसके कारण उनका क्रिकेट कैरियर प्रभावित हुआ और उन्होंने साल 2015 में सन्यास लेने का फैसला किया।

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