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एजबेस्टन टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ मिली हार के बाद जानें क्या बोले कप्तान जसप्रीत बुमराह

टीम इंडिया और इंग्लैंड क्रिकेट टीम के बीच एजबेस्टन टेस्ट मुकाबला पांचवे दिन इंग्लैंड की टीम ने 7 विकेट से अपने नाम कर लिया है। चौथे दिन से ही इंग्लैंड क्रिकेट टीम की मुकाबले पर पकड़ मजबूत होने लगी थी।एजबेस्टन टेस्ट गंवाने के बाद पांच टेस्ट मुकाबलों की सीरीज 2-2 से बराबरी पर छूटी है।

भारतीय टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) की गैरमौजूदगी में टीम प्रबंधन ने टीम के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jaspreet bumrah) को इस टेस्ट मुकाबले के लिए टीम का कप्तान बनाया था। हालांकि व्यक्तिगत तौर पर जसप्रीत बुमराह का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा।

लेकिन टीम के अन्य खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से निराश किया। टीम के कप्तान जसप्रीत बुमराह ने पहली इनिंग में तीन विकेट और दूसरी पारी में 2 विकेट निकाले थे। जसप्रीत बुमराह ने पहली पारी में शतक लगाने वाले ऋषभ पंत और रवींद्र जडेजा की खूब सराहना की। इसके अलावा उन्होंने अपनी कप्तानी के अनुभव को भी साझा किया है।

3 दिनों तक हावी रहने के बाद भी भारतीय टीम ने खाई शिकस्त

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भारत के कप्तान जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड के खिलाफ मिली हार के बाद कहा कि टेस्ट क्रिकेट में यह सबसे बड़ी चीज है कि 3 दिन तक मुकाबला आपके पक्ष में रहा लेकिन इसके बावजूद भी टीम को हार मिली है। उन्होंने पोस्ट मैच प्रेजेंटेशन के दौरान कहा,“मैं इससे बहुत आगे नहीं जाऊंगा (खुद को ऑलराउंडर कहने के लिए)। टेस्ट क्रिकेट की यही खूबी है, भले ही आपके पास तीन अच्छे दिन हों।

हम कल बल्ले से कम पड़ गए और यहीं हमने विपक्षी टीम को मैच को हमसे दूर जाने दिया। अगर और लेकिन हमेशा हो सकते हैं। अगर आप पीछे जाते तो पहले मैच में बारिश नहीं होती तो हम सीरीज जीत सकते थे। लेकिन इंग्लैंड ने वास्तव में अच्छा खेला। हमने सीरीज ड्रा कर दी है और दोनों टीमों ने बहुत अच्छा क्रिकेट खेला और यह एक उचित परिणाम था।”

रवींद्र जडेजा और ऋषभ पंत की सराहना भी की

ind test453टीम इंडिया के कप्तान और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने इस दौरान टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी रविंद्र जडेजा और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत की सराहना की। उन्होंने कहा कि पहली पारी में 100 रन के अंदर 5 विकेट गिर जाने के बाद इन खिलाड़ियों की टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया।

जसप्रीत बुमराह ने कहा,“ऋषभ पंत ने चांस लिया। उन्होंने और जड्डू ने अपने जवाबी हमले से हमें खेल में वापस ला दिया। हम खेल में आगे थे। वह अपने मौके लेता है, खुद का समर्थन करता है और उसके लिए बहुत खुश होता है। द्रविड़ हमेशा हमारा मार्गदर्शन करने और हमारा समर्थन करने के लिए मौजूद हैं। हम अपनी गेंदबाजी लाइन में थोड़ा सख्त हो सकते थे और परिवर्तनशील उछाल का इस्तेमाल कर सकते थे।

कप्तानी का भविष्य वह नहीं है जो मैं तय करता हूं। मुझे जिम्मेदारी पसंद है। यह एक अच्छी चुनौती थी, एक नई चुनौती। टीम का नेतृत्व करना सम्मान की बात थी और एक शानदार अनुभव रहा है।”