Placeholder canvas

IND vs BAN: अगर नहीं हुआ होता ऐसा तो बांग्लाेदश के खिलाफ बड़ी आसानी से टीम इंडिया जीत जाती दूसरा वनडे मुकाबला

आज टीम इंडिया बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे ओडीआई में भी हार गया। टीम को 5 रन से हार मिली। बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मेंहदी हसन के शतक के बदौलत बोर्ड पर 271 रन लगा दिए।

एक समय जहां लग रहा था की बांग्लादेश 150 रन भी नहीं पहुंच पाएगी वहीं टीम ने इतना बड़ा लक्ष्य खड़ा कर दिया।

फील्डिंग के दैरान चोटिल हुए थे रोहित शर्मा, 9वें नंबर पर आए बल्लेबाजी करने

 पर इन सब के बीच कुछ ऐसा हुआ जिसने सबको आश्चर्यचकित कर दिया। कप्तान रोहित शर्मा 9 वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए। जिसके बाद सबके जेहन में एक ही सवाल उठा की आखिर ऐसा क्यों।

तो हम अपने पाठकों को बता दे की टीम इंडिया की गेंदबाजी के दौरान मोहम्मद सिराज के ओवर में अनामुल हक का कैच दूसरे स्लिप में पकड़ने के चक्कर में रोहित खुद को चोटिल कर बैठे। जिसके बाद उन्हें उसी समय ढाका के एक अस्पताल में अंगूठे का एक्सरे करने को भेजा गया।

ये भी पढ़ें- IND vs BAN: आकाश चोपड़ा ने बताया, रोहित शर्मा से क्या हुई थी बड़ी गलती, जिससे जीता हुआ मैच गंवा बैठी भारत

भारत टॉप ऑर्डर हुआ विफल, श्रेयस अय्यर और अक्षर पटेल ने ही दिखाया दमखम

इसी चोट के कारण रोहित शर्मा ओपनिंग के लिए नहीं आए उम्मीद थी की भारत का टॉप ऑर्डर ही टीम को जीत दिला देगा। पर टीम एक के बाद एक विकेट खोती रही। अंत में नंबर 8 पर रोहित शर्मा को आना ही पड़ा। उन्होंने टीम को जीत के काफी करीब ला दिया पर अंत में टीम को जीत दिलाने में विफल रहे।

रोहित ने अंत तक लड़ी लड़ाई, पर नहीं दिला पाए जीत

टॉप ऑर्डर में भारत की तरफ से केवल श्रेयस अय्यर और अक्षर पटेल कुछ दमखम दिखा पाए। जहां श्रेयस ने 82 रन बनाए। वहीं पटेल के बल्ले से 56 रन आए। उन दोनो के बीच 107 रन की साझेदारी हुई।

विराट कोहली, शिखर धवन, के एल राहुल कोई भी 20 का आंकड़ा भी नहीं छू पाया। जिस लय में रोहित दिख रहे थे अगर वो चोटिल नहीं होते और टॉप में खेलते तो शायद टीम इंडिया को जीत मिल जाती। रोहित ने 28 गेंदों पर 51 रन बनाए।

भारतीय टॉप ऑर्डर एक बार फिर विफल रहा। बांग्लादेश के गेंदबाजों ने भारत को कभी मैच के पकड़ बनाने ही नहीं दी। साथ ही बांग्लादेश के कप्तान ने भी काफी अच्छा फील्ड सेट अप किया।

ये भी पढ़ें- IND vs BAN: कोहली, धवन, राहुल सब फेल, फिर अकेले लड़ा कप्तान, ठोका तूफानी फिफ्टी, फिर भी टीम को नहीं जिता सका