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IND vs ENG ODI : टीम इंडिया ने फ्लॉप टॉप ऑर्डर की वजह से गंवाया वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला

IND vs ENG ODI : इंग्लैंड और भारत के बीच चल रही वनडे सीरीज का दूसरा मुकाबला बीती रात इंग्लैंड के लॉर्ड्स मैदान पर खेला गया, जिसमें टीम इंडिया को 100 रनों से हार का सामना करना पड़ा। टॉस जीत कर पहले गेंदबाजी करते हुए टीम इंडिया ने मेजबान टीम को 49 ओवरों में 246 के स्कोर पर रोक दिया था। युजवेंद्र चहल ने कमाल की गेंदबाजी करते हुए विपक्षी टीम के चार अहम विकेट चटकाये थे, लेकिन उनकी मेहनत टीम इंडिया के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों की वजह से बेकार हो गयी। टीम इंडिया 38.5 ओवरों में ही 146 के स्कोर पर ढेर हो गयी। इंग्लैंड के गेंदबाज ने अपनी टीम की जीत निश्चित करते हुए टीम इंडिया के 6 बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखायी।

टीम इंडिया को मिली हार की वजह टीम का टॉप ऑर्डर था, जिन्हें जीत की नींव रखनी थी।

IND vs ENG ODI

IND vs ENG ODI : हार की वजह टीम का टॉप ऑर्डर

1. रोहित शर्मा
मैच में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने टॉस जीत कर इंग्लैंड की टीम को पहले बल्लेबाजी का न्यौता दिया। हालांकि, गेंदबाजी में टीम इंडिया ने बेहतर प्रदर्शन कर मेजबान टीम को बड़ा स्कोर तो खड़ा करने से रोक दिया, लेकिन वो खुद टार्गेट चेज़ करने से 100 रन पीछे रह गयी। रोहित शर्मा खुद शून्य पर आउट हो गये। वे पूरे चार ओवर भी मैदान पर टिक नहीं पाये।

2. शिखर धवन
इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में दर्शकों ने शिखर धवन का गब्बर वाला रूप देखा था, जबकि दूसरे मुकाबले में वे इसके विपरीत नजर आये। इस मैच में शिखर धवन कोई बड़ी पारी खेलना तो दूर दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू पाये। रीस टॉपली ने उन्हें 9 रनों के निजी स्कोर पर ही पवेलियन की राह दिखा दी थी।

3. विराट कोहली
ग्रोइन इंजरी की वजह से सीरीज के पहले मुकाबले में नहीं खेल पाये विराट कोहली ने दूसरे वनडे के लिये मैदान पर वापसी की थी, लेकिन उनकी वापसी टीम इंडिया के किसी काम ना आ सकी। फैंस उम्मीद लगाये बैठे थे कि वनडे फॉर्मेट में विराट के बल्ले से कोई करिश्माई पारी देखने को मिलेगी, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं हुआ। रन मशीन के बल्ले से सिर्फ 16 रन ही निकल पाये। डेविड बिली की गेंद पर वे जोस बटलर को अपना कैच थमा बैठे।

4. ऋषभ पंत
इंग्लैंड के खिलाफ पांचवे टेस्ट में शानदार पारियां खेलने वाले ऋषभ पंत भी इस मैच में कुछ खास नहीं कर पाये। उन्हें शून्य पर ही पवेलियनव की राह दिखा दी गयी।