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कन्हैया कुमार की बढ़ी मु’सी’बत, केजरीवाल सरकार ने दी ‘देशद्रो’ह’ का के’स चलाने की मंजूरी

जवाहर लाल नेहरू के पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार के खि’लाफ देशद्रो’ह का मुकदमा चलाने की मंजूरी दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दी है। उनपर देशद्रो’ह समेत कुल 8 धा’राएं लगाई गई है। इस बात की जानकारी समाचार एजेंसी पीटीआई ने दिल्ली पु’लिस के हवाले से दी है। बता दें, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में यह बयान दिया था कि राजद्रो’ह का केस चलाने की मंजूरी पर फैसला संबंधित जल्द ही लिया जाएगा। फिलहाल एक साल के अधिक समय के बाद आखिरकार दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने मंजूरी दे दी है।

दिल्ली सरकार ने लंबे समय से पेंडिंग में पड़े राजद्रो’ह के मामले में नेता कन्हैया कुमार के खिला’फ मु’कदमा चलाने की अनुमति दी है। आरो’प है कि जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र ने एक जु’लूस का नेतृत्व किया था, जिसमें फरवरी 2016 में एक कैंपस कार्यक्रम के दौरान “राष्ट्र’विरो’धी” ना’रे लगाए थे। दिल्ली पु’लिस के स्पेशल कॉल द्वारा पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सरकार को पत्र लिखने के बाद कन्हैया कुमार के खिला’फ मुक’दमा चलाने की अनुमति देने का अनुरोध किया गया था ताकि इस प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके। अदालत द्वारा सत्तारूढ़ AAP को रिमाइंडर भेजने का निर्देश देने के बाद वहां से रिप्लाई आया। आवेदन 14 जनवरी, 2019 से पेंडिंग था।

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उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य के दो और पूर्व जेएनयू छात्रों सहित कन्हैया कुमार और नौ और लोगों के नाम पर एक साल पहले 1,200 पन्नों की चार्ज’शी’ट दायर की गई थी। इन चा’र्जशीट के दौरान इन लोगों पर आ;रोप लगाता है कि उन्होंने संसद हमले के मास्टरमाइं’ड अफजल गुरु की फां’सी की सालगिरह पर जु’लूस का नेतृत्व किया और आयोजन के दौरान देश’द्रोही ना’रे लगाने का समर्थन किया। हालांकि, अदालत ने चार्जशीट से इन’कार कर दिया, पु’लिस को आगे जाने से पहले अपे’क्षित मंजूरी लेने के लिए कहा। उस समय अदालत ने पुलिस को 6 फरवरी, 2019 तक मं’जूरी देने का निर्देश दिया था।

वहीं दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इस फैसले का स्वागत किया और केजरीवाल पर भी तं’ज भी कसा। मनोज तिवारी ने कहा, “संभवत: इस समय की राजनीतिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आखिकार कन्हैया कुमार के खि’लाफ मुक’दमा चलाने की मंजूरी दे दी है और हम निर्णय का स्वागत करते है। हम मांग कर रहे हैं… का’नून को अपना काम करने दें।”