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26 जनवरी को वायुसेना दिखाएगी अपनी ताकत, आसमान में गर’जेगा राफेल

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परे’ड में भारत एक बार फिर अपनी ताक’त दुनिया को दिखाएगा। इस बार परे’ड में भारतीय वायुसेना का लड़ा’कू विमा’न राफे’ल भी शामिल किया जाएगा। इसको लेकर अधिकारिक बयान में यह बताया गया कि गणतंत्र दिवस के मौके पर भारतीय वायुसे’ना के कुल 5 मॉडल दिखाएं जाएंगे। इसमें स्वदेशी लाइट कॉ’म्बेट एयर’क्राफ्ट, लाइट कॉ’म्बेट हेलिकॉ’प्टर, गाइडेड मिसा’इल आकाश, अ’स्त्र मिसा’इल और राफे’ल एय’रक्राफ्ट शामिल है।

इसको लेकर भारतीय वायुसे’ना के प्रवक्ता ग्रुप कैप्टन अनुपम बनर्जी ने बताया कि इस साल इंटर सर्विस कार्ड की कमान विं’ग कमां’डर विपुल गोयल संभालेंगे। इसके साथ ही राफे’ल एयर’क्राफ्ट भी शामिल किए जाएंगे। वहीं राजपथ पर परेड के साथ ही राष्ट्रीय ध्वज भी फहराया जाएगा। वहीं राष्ट्रपति के अंगर’क्षक द्वारा उन्हें सलामी दी जाएगी।

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मालूम हो कि राफे’ल एय’रक्राफ्ट का परेड में शामिल होना इसलिए भी अहम माना जा रहा है क्योंकि इस ए’यर क्राफ्ट को फ्रांस से भारत लाने में धनराशि की अनियमितता का आरो’प कांग्रेस पार्टी बीजेपी पर लगा रही थी। हालांकि बीजेपी ने अपने ऊपर लगे सभी आ’रोपों को नकार दी थी। ऐसे में सबकी निगाह इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर राफे’ल के शामिल होने को लेकर रहेगी।

आपको बता दें, 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन पूरा देश गणतं’त्र दिवस का ज’श्न बड़े धूमधाम से मनाता है। जम्मू कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक हर जगह इस दिन लोग गणतंत्र दिवस मनाते हैं। गौरतलब है कि भारत के आजाद होने के बाद संविधान सभा का गठन हुआ था। इस संविधान सभा ने अपना काम 9 दिसंबर 1946 से शुरू किया था और 2 साल 11 माह 18 दिन में सबसे बड़ा लिखित संविधान तैयार हुआ था। इस संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद थे। संविधान निर्माण में कुल 22 समितियां थी जिसमें प्रारूप समिति सबसे प्रमुख और महत्वपूर्ण समिति थी। प्रारूप समिति के अध्यक्ष डॉ भीमराव अंबेडकर अंबेडकर को ही संविधान का पिता भी कहा जाता है।