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उत्तर प्रदेश में मानसून आने के बाद क्यों नहीं हो रही यहाँ पर बारिश, जानिए पूरी जानकारी

उत्तर प्रदेश के मौसम को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है खबर है कि उत्तर प्रदेश के मौसम में बड़ा बदलाव होने वाला है। जानकारी के अनुसार, बीते दिनों प्रदेश में समय से पहले ही मानसून ने दस्तक दे दी है लेकिन अभी भी बारिश न होने ओर तापमान में बढ़ोत्तरी होने की वजह से यहाँ पर भारी गर्मी पड़ रही है। वहीं इस बीच खबर है कि मौसम विभाग और विशेषज्ञों ने अगले एक-दो दिनों के भीतर पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई जिलो में मानसूनी बारिश होने की जानकरी दी है। वहीं इस बीच इस पोस्ट के जरिये हम आपको इस बात की जानकारी देने जा रहे हैं कि मानसून आने के बाद प्रदेश में बारिश क्यों नही हुई।

मौसम विशेषज्ञ प्रो। ध्रुवसेन सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि मानसून आ चुका है। मानसूनी बरसात की भी संभावना थी। लेकिन मानसून के राजधानी लखनऊ समेत कुछ हिस्सों में पहुंचते ही पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है।  इसके चलते मानसून आगे नहीं बढ़ सका। मानसून में ठहराव की स्थित आ गई। बारिश न होने से बीते 3-4 दिनों में तापमान के साथ ही साथ उमस भी अत्यधिक बढृ गई। हालांकि इस दौरान एक और निम्न वायुदाब बना था, जिसके चलते बरसात हो सकती थी। लेकिन सामने से पश्चिमी विभोक्ष के आने से वो भी आगे नहीं बढ़ सका और असम या फिर हिमालयन फुटहिल्स में ही दाये-बांये की तरफ विस्थापित हो गया।

इसी के साथ प्रो. ध्रुवसेन सिंह कहते है कि ये एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें निम्न वायुदाब के क्षेत्र लगातार बनते रहते है, और मानसून कहलाने वाली आद्रताओं से भरी हवाएं आगे बढ़ती रहती है। इसलिए मौजूदा वक्त में भले ही आगे की तरफ पश्चिमी विक्षोभ है, लेकिन उसके पीछे मानसून के भी होने के चलते अगले एक-दो दिनों के भीतर पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हो सकती है। इसके बाद गर्मी और उमस से लोगों को एक बड़ी राहत मिल सकती है।

वहीं अंत में प्रो. ध्रुवसेन सिंह आगे बताते है कि इस दौरान मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के ब्रज और बुंदेलखंड में गर्म हवाओं के चलने की भी संभावना जताई है। क्योकि पश्चिमी विक्षोभ सूखी और गर्म हवाए ही है। इसलिए मानसून के पहले इनकी मौजूदगी के चलते ही संबंधित क्षेत्र में गर्म हवाओं के चलने की संभावना जताई गई है। लेकिन इससे बहुत परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योकि जलवायु की अपेक्षा मौसम मे हर पल बदलाव होता रहता है, इसलिए पूर्वी उत्तर प्रदेश में मानसूनी बारिश के बाद मानसून को पूरे प्रदेश में गतिशीलता मिल जाने पर पूरे प्रदेश का मौसम जल्द ही सामन्य भी हो सकता है। लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिल सकती है।