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UAE में फंसे बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात और केरल के मजदूर लोग; नहीं है खाने के पैसे, घर जाने को है बेताब

New Delhi: कोरोना वायरस के कारण लगे लॉकडाउन के बाद सैकड़ों भारतीय कामगार uae के अमीर देश अबू धाबी में श्रमिक आवास में फंस गए हैं। इस समय वो उम्मीद कर रहे हैं कि वो लोग भारत सरकार के वंदे भारत मिशन के जरिए से अपने घर लौटने सकते हैं।

खलीज टाइम्स के अनुसार, अबु धाबी में फंसे कुछ भारतीय मजदूर बिहार, उत्तर प्रदेश, गुजरात और केरल राज्यों से तल्लुक रखते है। ये लोग एक लैंड पर एक प्रोडक्शन यूनिट में काम करने के लिए अबू धाबी में रह रहे है। इस समय ये सभी भारतीय Al Ain और Ruwais के दूरदराज के इलाकों में एक महीने से ज्यादा समय से फंसे हुए हैं, साथ ही ये लोग इन इलाकों से अपने राज्यों को जाने वाली स्पेशल फ्लाइट का इंतजार कर रहे है।

एक भारतीय मजदूर ने कहा कि “हम Al Ain में लगभग 350 लोग हैं। हम में से कुछ उत्तर प्रदेश और बिहार से आए हैं। हम लोग जनवरी में यहां आए थे और जिस काम के लिए हम यहां आए थे वो प्रोजेक्ट मार्च तक खत्म हो गया था। उसी समय हमे सैलेरी मिली थी, जिसे हमने भारत में अपने घर पर भेज दिया है। हमें ये जगह 29 मार्च तक छोड़ देना चाहिए था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से हम पिछले 45 दिनों से खुद का पालन पोषण कर रहे हैं। हर कोई परेशान हो रहा है और अपनी उम्मीद खो रहा है।

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उत्तर प्रदेश के रहने वाले इंद्रजीत यादव ने Al Khazna में अपने आवास से कहा कि’हम अब चाय भी नहीं पी सकते,’ उन्होंने बताया कि उन्हें घर के जरूरी सामान खरीदने के लिए घर से बाहर जाने के लिए हर दिन दो घंटे की अनुमति दी जाती है, लेकिन उन्हें सामान खरीदने के लिए कोई पैसा नहीं दिया जाता है। “हम पैसे घर भेजते समय इस तरह के यात्रा प्रतिबंधों की उम्मीद नहीं कर रहे थे। हम सुपरवाइजर, फोरमैन, फैब्रिकेटर, वेल्डर और हेल्पर्स के तौर पर काम करते है। एक हेल्पर्स एक महीने में कम से कम Dh1,000 कमाता है। हम अब खुद से पैसे एक चाय भी नहीं खरीद सकते है।

वहीं गुजरात के रहने वाले संतोष पेठे ने कहा कि हर कोई इस वक्त अपने वतन वापस आना चाहता है। देखा जाए तो मौजूदा समय हमारे लिए काफी कठिन समय है। हम भारत सरकार से इस बात की अपील करते हैं कि हम सभी को सभी को प्राथमिकता के आधार पर एयरलिफ्ट करें। कृपया हमें या तो उड़ान या जहाज से वापस करें।