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एंटीलिया केस में BJP नेता गौरव भाटिया ने कहा- ‘अनिल देशमुख दें इस्तीफा, मामले की हो उच्चस्तरीय जांच’

हाल ही में एंटीलिया केस सामने आया था और इस केस को लेकर हर रोज एक नई बात पता चली। वहीं इस बीच अब इस एंटीलिया केस को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है।

जानकारी के अनुसार, इस केस में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए। वहीं इन आरोपों को गृह मंत्री अनिल देशमुख ने नकार दिया। इसी के साथ भाजपा ने गृह मंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग करते हुए महाराष्ट्र सरकार पर जबरन वसूली का आरोप लगाया है।

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि ‘आजाद भारत के इतिहास में शायद ही ऐसा शर्मनाक पल आया होगा। जब इतने गंभीर आरोप किसी सरकार पर लगे होंगे। हम सबने सुना है कि एक सरकार की जिम्मेदारी होती है कर वसूली करना। कर वसूली इसलिए की जाती है कि जो टैक्स कलेक्शन होगा उससे आम जनता का भला करेंगे, लेकिन महाराष्ट्र की भ्रष्टाचारी सरकार जो है वो जबरन वसूली कर रही है। उसका टैक्स कलेक्शन पर ध्यान नहीं है। रंगदारी कलेक्शन पर ज्यादा ध्यान है।’

वहीं उन्होंने ये भी कहा कि ‘हमारी स्पष्ट मांग है कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री इस्तीफा क्यों नहीं दे रहे हैं? हमारी ये भी मांग ये जो वसूली रैकेट अपनी तिजोरियां भरने के लिए महाराष्ट्र की सरकार चला रही है। उस सरकार के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जी की क्या जिम्मेदारी है? वह अभी तक कुछ बोले क्यों नहीं? इस भ्रष्टाचारी सरकार को एक मिनट भी बने रहने के लिए हक नहीं है।’

इसी के साथ गौरव भाटिया ने कहा कि ‘जिस तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं तो ये कहना भी गलत नहीं होगा। सरकार का एक मिनट-मिनट बना रहना लोकतंत्र का गला घोटने जैसा है। ये सरकार महाराष्ट्र की जनता और देश के लोकतंत्र के लिए खतरा बन चुकी है। ये खतरनाक सरकार है। वहीं उन्होंने कहा कि ‘कोविड वायरस से ज्यादा खतरनाक ये रंगदारी रैकेट है, जो सरकार चला रही है। इस केस में गृह मंत्री अनिल देशमुख का नाम आया है। इसलिए हम इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष मांग करते हैं। एक सरकार द्वारा वसूली रैकेट चलाया जाएगा तो महाराष्ट्र की जनता इसे बर्दाश्त नहीं करेगी। मुख्यमंत्री जवाब दें कि ये वसूली कैसे हो रही थी और हम तुरंत गृह मंत्री के इस्तीफे की मांग करते हैं।’

आपको बता दें, एंटालिया केस में एनआईए जांच कर रही है। इस मामले में एपीआई सचिन वाजे गिरफ्तार किए गए हैं। वहीं तभी से ये मामला चर्चा में बना हुआ है।