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भारत ने इंग्लैंड में ही इंग्लैंड की टीम को ओडीआई में 2-1 से मात दे इतिहास रच दिया। भारत ने ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान में इंग्लैंड के खिलाफ ओडीआई मैच 39 साल बाद अपने नाम किया। इससे पहले 1983 की वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच में भारत ने इसी मैदान में इंग्लैंड को मात दी थी।

भारत की इस सीरीज जीत के तीन बड़े कारण

1. भारत की गेंदबाजी

अगर दूसरे ओडीआई की बात छोड़ दी जाए। तो भारतीय टीम के गेंदबाजों ने इंग्लैंड के जल्द विकेट लेकर इंग्लैंड को हमेशा बैकफुट में रखा। भारतीय टीम तीनो ओडीआई में इंग्लैंड के सारे विकेट चटकाने में कामयाब रहीं। भारत के जीतने का ये भी एक बहुत बड़ा कारण रहा।

ऐसा पहली बार हुआ जब इंग्लैंड ने अपने होम ग्राउंड में पहले बल्लेबाजी करते हुए एक भी बार 300 का आंकड़ा ने छुआ हो। चाहे जसप्रीत बुमराह हो या मोहम्मद शमी या फिर सिराज हर किसी ने पावरप्ले में शानदार गेंदबाजी की।

2. भारतीय बल्लेबाजी

पहले मैच में जहां भारतीय बल्लेबाजों ने अपना एक भी विकेट नहीं गिरने दिया। शिखर धवन और रोहित शर्मा ने 110 का लक्ष्य बिना अपने विकेट गवाएं हासिल कर लिया दूसरे ओडीआई में भारतीय बल्लेबाजी खराब नज़र आई।

वहीं तीसरे ओडीआई में टॉप क्रम के जल्द आउट होने के बाद मध्यक्रम ने अपना योगदान बखूबी दिया। हार्दिक पांड्या ने जहां अर्धशतकीय पारी खेली वहीं ऋषभ पंत ने शतक जड़ मैच और सीरीज अपने नाम करने में मदद की।

3. रोहित शर्मा की कप्तानी

पूर्णकालिक कप्तान बनने के बाद रोहित शर्मा अभी तक एक भी सीरीज नहीं हारे है। इसका मुख्य कारण उनकी अटैकिंग कप्तानी हैं। चाहे भारतीय टीम मैच में पीछे चल रहीं हो या आगे रोहित हमेशा अटैक करते नज़र आए हैं उन्होंने समय समय पर अपने विकेट टेकिंग गेंदबाजों को लगाया है।

इंग्लैंड के खिलाफ भी वह हमेशा विकेट की तलाश करते नज़र आए। इस कारण वह समय समय पर गेंदबाजी में बदलाव करते रहें। उनकी ये ही अप्रोच के चलते भारत हर मैच में इंग्लैंड की पूरी टीम को आउट कर पाया।

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