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लॉकडाउन के बाद UAE से 153,660 केरलवासी लौटना चाहते है भारत : केरल के सीएम

सभी देशों में कोरोना वायरस की वजह से कोहराम मचा हुआ है। इस कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए सभी देशों में लॉकडाउन लगाया गया है जिसकी वजह से कई हजारों भारतीय नागरिक विदेशों में फंसे हुए हैं। वहीं इस बीच विदेशों में फंसे भारतीय नागरिकों को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है।

दरअसल, गुरुवार को केरल के मुख्यमंत्री पिनारयी विजयन ने कहा कि 201 देशों में कुल 353,468 केरलवासियों ने नोरका-रूट्स पोर्टल पर पंजीकरण कराया है, जो लॉकडाउन खत्खम होने के बाद स्वदेश लौटने चाहते हैं। वहीं इनमे से अधिकांश लोग मध्य पूर्व के देशों से है। वहीं 353,468 केरलवासियों में से संयुक्त अरब अमीरात (153,660) , सऊदी अरब (153,268), यूके (2,112), यूएसए (1,895) और यूक्रेन (1,864) से शामिल हैं।

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विजयन ने ये भी कहा कि, “हमने यात्रा की पर्याप्त व्यवस्था करने के लिए केंद्र सरकार और संभावित भारतीय दूतावासों को संभावित रिटर्न की अंतिम सूची पेश करने का फैसला किया है।” वहीं इस यात्रा के दौरान छात्रों, गर्भवती महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों को पहले लाया जाएगा।

बता दें, केरल ने विदेशों में रह रहे केरलवासियों को वापस लाने के लिए राज्य-संचालित नोरका-रूट्स (www।norkaroots।org) पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करने को कहा था और ये एक जोडायोरपोरा की आधिकारिक संस्था है और इस सुविधा को केरल सरकार द्वारा शुरू किया गया था।

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वहीं 2.5 मिलियन अनिवासी केरलवासियों (NRK) में से 90 प्रतिशत मध्य पूर्व के देशों में हैं। हवाई सेवाओं के फिर से शुरू होने पर लगभग 350,000 लोगों के लौटने की संभावना है।आपको बता दें, कोरोंना वायरस की वजह से दुनियाभर में अभी तक 2 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है साथ ही 32 लाख से ज्यादा लोग इस वीरू से संक्रमित हो चुके हैं। वहीं इस वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। वहीं भारत में ये लॉकडाउन 3 मई तक है।