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दुबई में फंसे 20 हजार पंजाबी कामगारों को कंपनियां नहीं दे रहीं पासपोर्ट, विदेश मंत्री के समक्ष उठा मुद्दा

कोरोना कहर के बीच दुबई से एक बड़ी खबर सामने आई है। खबर है कि दुबई में 20 हजार पंजाबी श्रमिक कामगारों का पासपोर्ट कंपनी ने अपने पास जमा किया हुआ है और अब वो पासपोर्ट वापस नहीं कर रही है जिसके कारण इन श्रमिकों को बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।

दरअसल, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भारत के विदेश मंत्री डॉ। एस जयशंकर के सामने एक मुद्दा रखा है। मुद्दा ये है कि दुबई में 20 हजार पंजाबी श्रमिक कामगार घर वापस नहीं आ सकते हैं क्योंकि कम्पनी ने इन सभी श्रमिकों के पासपोर्ट अपने पास जमा किए हुए हैं। वहीं इन निजी कंपनियों ने श्रमिकों को नौकरी से बाहर कर दिया, लेकिन उनके पासपोर्ट भी वापस नहीं किए जा रहे। इसकी वजह से यह श्रमिक वापस नहीं आ पा रहे हैं।

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वहीं सुखबीर बादल ने विदेश मंत्री से आग्रह किया कि वे दुबई में भारतीय दूतावास को निर्देश दें कि वे इस मुद्दे को अमीरात के अधिकारियों के समक्ष उठाएं, ताकि कामगारों के पासपोर्ट उन्हें वापस मिल सकें और वो जल्द से जल्द घर वापस आ सकें। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि इन 20 हज़ार कामगारों ने भारत वापसी के लिए ऑनलाइन आवेदन भी किया था। ये हवाई टिकटों का भुगतान करने के लिए भी तैयार हैं लेकिन पासपोर्ट न होने के कारण वापस नहीं लौट सकते और कंपनी इन सभी लोगों के पासपोर्ट वापस नही कर रही है।

इसी के साथ उन्होंने केंद्र से तत्काल इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। ताकि लॉकडाउन की वजह से दुबई में फंसे हुए लोग वापस अपने देश वापस आ सकें।

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वहीं सुखबीर ने विदेश मंत्री से मुलाकात के दौरान ये भी कहा कि कुछ श्रमिक हवाई मार्ग से वापस लौट सकते हैं, जबकि हजारों कामगार ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने बचत किए पैसे खर्च चुके हैं और वापसी की टिकट खरीदने की स्थिति में भी नहीं हैं। ऐसे इन्हें वापस घर लाने के लिए नौ सेना के जहाजों को भी भेजा जाए।