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डेब्यू शतक से एक रात पहले क्या हुई थी अर्जुन तेंदुलकर से बात? पिता सचिन ने खोला बड़ा राज

बुधवार को रणजी ट्रॉफी में गोवा की ओर से खेलते हुए अर्जुन तेंदुलकर ने अपने पिता सचिन तेंदुलकर की तरह ही अपने फर्स्ट क्लास डेब्यू मैच में शतक जड़ा था। इसी साल अर्जुन तेंदुलकर ने मुंबई को छोड़कर गोवा की ओर से खेलने का फैसला किया था।

गोवा की ओर से जुड़ते ही अर्जुन तेंदुलकर ने अपने पहले ही मैच में राजस्थान के खिलाफ 120 रनों की पारी खेली। अर्जुन तेंदुलकर के इस बेहतरीन प्रदर्शन के बाद सचिन तेंदुलकर बेहद खुश हैं और उन्होंने अपने पिता रमेश तेंदुलकर से जुड़ी एक कहानी को साझा किया है।

रणजी ट्रॉफी में बेटे के शतक पे सचिन तेंदुलकर ने कही ये बात

सचिन तेंदुलकर ने हाल ही में बताया है कि अर्जुन तेंदुलकर के शतक से पहले उनके बीच क्या बात हुई थी। इस दौरान सचिन ने उनके पिता रमेश तेंदुलकर से जुड़ी एक कहानी भी शेयर की है सचिन तेंदुलकर ने कहा है कि, “मुझे याद है जब मैंने भारतीय टीम के लिए खेलना शुरू किया था तब मेरे पिताजी ने किसी को यह कहते सुना था कि यह सचिन के पिता है।

तब उन्होंने मुझसे कहा था कि यह मेरे जिंदगी के सबसे खास पलों में से एक था। हर पिता यह चाहता है कि उनके बच्चों के काम के कारण उन्हें पहचाना जाए।”

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अर्जुन को हमेशा झेलना पड़ा दबाव

पूर्व क्रिकेटर ने आगे कहा कि, “हमेशा से अर्जुन का बचपन सामान्य नहीं रहा है। एक क्रिकेटर का बेटा होने के कारण हमेशा से उन पर काफी ज्यादा दबाव रहा।

जब संन्यास के बाद मुंबई में मीडिया ने मुझे सम्मानित किया था तब मैंने उनसे यही कहा था कि अर्जुन पर क्रिकेटर के बेटे होने का दबाव नहीं होना चाहिए। मैं उन्हें आजादी से क्रिकेट खेलते देखना चाहता हूं। साथ ही सचिन ने कहा कि अर्जुन के लिए यह सफर आसान नहीं रहा है।”

मैंने ही अर्जुन को शतक के लिए कहा था

पूर्व क्रिकेटर ने आगे कहा कि यहां तक का सफर अर्जुन के लिए बेहद मुश्किल भरा रहा है।

जब रणजी ट्रॉफी डेब्यू मैच से एक रात पहले अर्जुन से मेरी बातचीत हुई थी तब मैंने उससे कहा था कि शतक लगाने की कोशिश करना। उस समय वह 4 रनों पर नाबाद खेल रहा था जिसके बाद उसे नाइटवॉचमैन के रूप में भेजा।

इस दौरान मैंने उससे पूछा कि इस पिच पर एक अच्छा टोटल क्या हो सकता है? उस समय मैच में गोवा टीम का स्कोर 5 विकेट के नुकसान पर 210 रन था। तब मैंने उनसे कहा था कि कम से कम स्कोर को 375 रनों तक पहुंचाने की कोशिश करना और मैंने उनसे कहा था कि मैच में शतक जमाने की भरपूर कोशिश करना।

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