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पूरी टीम हुई फेल, फिर अकेले लड़ा कप्तान, बल्ले से मचाई तबाही, फिर भी नहीं दिला सका टीम को जीत

दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय वनडे टीम में चुने गए संजू सैमसन ने विजय हजारे ट्रॉफी में शानदार शतकीय पारी खेलकर अपने फॉर्म की वापसी का संकेत दिया है। सैमसन ने केरल के लिए रेलवे के खिलाफ 139 गेंदों में 128 रन बनाए। यह उनका चार साल में पहला लिस्ट ए शतक था।

संजू सैमसन ने अपने शतक के बाद कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि मैंने शतक बनाया। यह मेरे लिए एक महत्वपूर्ण पारी थी। मैं दक्षिण अफ्रीका दौरे पर अपनी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार हूं।”

संजू सैमसन ने ठोका तूफानी शतक

संजू सैमसन की पारी में 8 चौके और 6 छक्के शामिल थे। उन्होंने अपनी पारी की शुरुआत धीमी गति से की, लेकिन बाद में गति पकड़ ली। सैमसन ने 139 गेंदों में 128 रन बनाए, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 92.03 था।

संजू सैमसन का शतक केरल के लिए भी महत्वपूर्ण था क्योंकि यह टीम को ग्रुप ए में शीर्ष पर रहने में मददगार साबित हुआ। केरल ने लीग चरण के अपने सात मैचों में से पांच जीते और 20 अंकों के साथ शीर्ष पर रहा।

सैमसन का शतक भारतीय क्रिकेट के लिए भी एक सकारात्मक संकेत है। यह बताता है कि वह अभी भी एक प्रतिभाशाली बल्लेबाज हैं और वह भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन सकते हैं।

फिर भी टीम को नहीं दिला सके जीत

हालांकि, सैमसन का शतक केरल को हार से नहीं बचा सका। केरल ने 256 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 18 रन से हार का सामना किया। सैमसन ने अकेले ही 128 रन बनाए, लेकिन उनके अलावा कोई भी बल्लेबाज बड़ा स्कोर नहीं बना सका।

सैमसन ने अपने शतक के बाद कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि मैंने शतक बनाया। यह मेरे लिए एक महत्वपूर्ण पारी थी। मैं दक्षिण अफ्रीका दौरे पर अपनी टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन करने के लिए तैयार हूं।”

सैमसन का दक्षिण अफ्रीका दौरे पर प्रदर्शन देखना दिलचस्प होगा। अगर वह अपना अच्छा फॉर्म जारी रखते हैं, तो वह भारतीय टीम के लिए एक महत्वपूर्ण बल्लेबाज बन सकते हैं।

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