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नौकरी की तलाश में UAE आए भारतीय कामगारों की मुश्किलें बढ़ीं; न पैसा है न जॉब, वतन वापसी को छट’पटाहट बढ़ी

New Delhi: अक्सर देखा जाता हैं कि भारत के लोग दूसरे देशों में जाकर नौकरी करते है। ऐसे ही कुछ भारतीय नागरिक UAE में ही भी गए थे, जो अब भारत वापस आने के लिए बहुत ही बैचन। लेकिन कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण ट्रेवलिंग पर लगे बै’न की वजह यूएई में फं’स गए है। UAE में कई भारतीय कामगार अब हताश होकर घर लौटना चाहते हैं।

गल्फ न्यूज ने बताया कि 1 अप्रैल को केरल के कन्नूर जिले के रहने वाले एक भारतीय का वीजा खत्म हो गया है। शहनाद पुलुककुल ने कहा कि वह चार और लोगों के साथ एक बेडरूम वाले अपार्टमेंट में रह रहा है। परेशानी बताते हुए उन्होंने ने कहा, “मेरा भाई अपार्टमेंट का किराए पर दे रहा है। हम जिस अबनॉर्मल कंडिशन में हैं, उसी परेशानी से अपार्टमेंट के बाकी के चार लोग भी हमारे साथ जुड़े हैं। मेरा भाई जो ड्राइवर का काम करता है, हमारी केयर कर रहा है। मैं भी ड्राइवर की नौकरी की तलाश में यहां आया था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।”

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शहनाद पुलुककुल ने कहा “मैं अभी बस अपने घर भारत वापस जाना चाहता हूं। मैं अपने भाई पर और बोझ नहीं बनना चाहता हूं।” शहनाद पुलुककुल उन कई भारतीयों में से एक हैं, जो UAE में नौकरी करने लिए आए थे, लेकिन कोरोना वायरस के की वजह लगे लॉकडाउन की वजह से अब वो अपने घर भारत लौटने का बेसब्री से इंतजार कर रहे है। नौकरी कर पैसे कमाने के लिए उद्देश्य से UAE आए शहनाद पुलुककुल बहुत कम पैसे लेकर यहां आए थे। लेकिन अब उनके पैसे खत्म हो रहे है और कमाई हो नहीं रही है।

शहनाद पुलुककुल के जैसे ही शौकत अली भी केरल के कन्नूर जिले से UAE नौकरी करने के लिए आए थे। शौकत अली पुलुककुल के साथ ही रहते हैं और उनके भाई ने कहा कि नौकरी के लिए अली को शॉर्टलिस्ट किया गया था, लेकिन कोरोना वायरस के फैलने के कारण कंपनी ने काम पर नही रखा। अली ने कहा “मेरा वीजा मई के अंत में समाप्त हो रहा है, लेकिन मुझे यहां रहने का कोई मतलब नहीं है। मैं किसी के साथ रहने से शर्मिंदा हूं और वापस जाना सोशल वर्क्स के अनुसार, यूएई में कई और ऐसे लोग फंसे हुए हैं। ट्रैवल हाउस के सैफुद्दीन छप्पन ने कहा कि कंपनी को भी लोगों से हर दिन फोन मिल रहे हैं कि नियम कब बदलेंगे।