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देश कम’जोर अर्थव्यवस्था से जू’झ रहा हैं और आप लोग हिं’दू- मु’स्लिम में लगे हैं: चेतन भगत

New Delhi: दिल्ली में हुए भ’यान’क और हिं’स’क वि’रोध के बाद हर जगह इस घ’टना की क’ड़ी निं’दा की जा रही हैं। राज’नी’तिक जगत से लेकर बॉलीवुड सेलेब्स ने सोशल मीडिया पर इस हिं’सक वि’रोध पर अपनी नारा’जगी जा’हिर की है। वहीं अब फेमस नोवल राइटर चेतन भगत ने भी इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है।

उन्होंने आज कहा कि भारत की “कम’जोर अर्थव्यवस्था” पर सरकार को तत्काल ध्यान की आवश्यकता है क्योंकि कोरो’नोवा’यरस के प्रकोप के बीच वर्ल्ड मार्केट में गि’रावट आई है, वही देश में लोग अर्थ’हीन मुद्दों से विच’लित हैं। विवा’दास्प’द नागरिकता कानून को लेकर पूर्वोत्तर दिल्ली में हाल ही में हुई हिं’सा पर बात करते हुए, ट्वीट्स की एक सीरीज में 45 साल लेखक चेतन ने लिखा: “को’रोना की वजह से वर्ल्ड मार्केट में तेजी से गिरा’वट आ रही हैं। ग्लोबली मांग में गिरा’वट आ रही है। भारत पहले से ही एक क’मजोर अर्थव्यवस्था से पी’ड़ित है।

इसे रिकवर करना मु’श्किल हो रहा है। जॉब ग्रोथ के लिए सभी को बराबर का भुगतान करना होगा। इस विषय पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है। लेकिन यहां तो लोग हिं’दू मु’स्लिम- हिं’दू मु’स्लिम में बिजी है।”उन्होंने आगे लिखा “लेकिन आप लोगों ने ये किया। आप लोगों ने ऐसा किया है। उस आदमी का क्या? इस आदमी का क्या? हिं’दू मु’स्लिम हिं’दू मु’स्लिम दिन भर। इस बीच, आप लोग, हम लोग, वह आदमी, यह आदमी, सभी।”

हमारी एक भया’नक अर्थव्यवस्था है और ख’राब होने जा रही है। रुको, लेकिन क्या ..,.” उनकी आखिरी पोस्ट पढ़ी “अर्थव्यवस्था वाले मेरे ट्वीट पर एवरेज लाइक्स: 700, किसी भी रेनडम हिं’दू मु’स्लिम चीज़ के बिना मेरे ट्वीट पर एवरेज लाइक्स: 10,000। हम इसके लायक हैं। हमें वही मिलता है जो आखिरकार हम वास्तव में चाहते है। खैर अब यह देखना दिलचस्प होगा कि चेतन भगत के इस प्रतिक्रिया पर भारतीय सोशल यूजर किस तरह की प्रतिक्रिया देते हैं।